
मुझसे जबरन मोदी-योगी का नाम लेने को कहा गया: साध्वी प्रज्ञा ठाकुर
भोपाल। मुंबई में मीडिया से चर्चा करते हुए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि उनसे जबरदस्ती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा नेता राम माधव जैसे नाम लेने को कहा गया था , जिससे की उन्हें ब्लास्ट से जोड़ा जा सके। साथ ही साध्वी प्रज्ञा ने बताया कि उन पर मानसिक और शारीरिक रूप से अत्याचार किया गया। उन्होंने बताया की प्रताड़ना के कारण उनके फेफड़े तक खराब हो गए। उन्हें अस्पताल में भी गैरकानूनी रूप से हिरासत में रखा गया था ।”अफसरों द्वारा उन्हें झूठे बयान देने का दबाव बनाया, परन्तु वो सत्य पर अडिग रही ।
सत्य की जीत हुई है। धर्म और सत्य हमारे पक्ष में थे, हमारी विजय निश्चित थी। 'सत्यमेव जयते' आज यह सिद्ध हो गया है। विधर्मियों और देशद्रोहियों के मुंह काले हुए हैं। उन्हें करारा जवाब मिला। देश हमेशा से धर्म और सत्य के साथ रहा है और हमेशा रहेगा।
प्रज्ञा ठाकुर ने बताया कि वह गुजरात में रहती थीं, इसी कारण खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेने के लिए दबाव बनाया गया। उनके द्वारा बताया गया कि अगर मैं कुछ नाम ले लूं तो मेरे ऊपर हो रही प्रताड़ना बंद हो जाएगी । प्रज्ञा ठाकुर ने आरोप लगाया है कि कई अधिकारियों ने कानून के नाम पर गैरकानूनी काम कर उन्हें झूठे केस में फंसाया।
संसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर बोली कि कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति को अपनाया है। कांग्रेस ने हर तरीके से हिंदुओं को प्रताड़ित किया, जेलों में डाला और झूठे मुकदमे लगाए गए । इसे 'भगवा आतंक' और 'हिंदुत्व आतंकवाद' कहा। कांग्रेस की मानसिकता बहुत ही संकीर्ण है। यह कांग्रेस की एक साज़िश थी और यह राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है।