EDITOR: Pt. S.K. Bhardwaj

डीसीपी के क्षेत्र थाना निशातपुरा के नजदीक मादक पदार्थों का खुलेआम करोबार

डीसीपी के क्षेत्र थाना निशातपुरा के नजदीक मादक पदार्थों का खुलेआम करोबार

  • August 15, 2025

भोपाल में गॉधीनगर जोन के डीसीपी के क्षेत्र थाना निशातपुरा के नजदीक मादक पदार्थों का खुलेआम करोबार और वर्गविशेष को संरक्षण भोपाल पुलिस और मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली पर सबाल!


 भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में  थाना निशातपुरा के क्षेत्र करोंद  हरी मजार के पास अमन कॉलोनी में स्थापित पुलिस चौकी के सौ मीटर की परिधि में लगभग 100 ईरानी समाज के मकान है जो अधिकांश अपराधिक पृवृत्ति के है जिनका मुख्य धंधा गांजा,चरस,एमडी बेचना,चोरी करना, लूट करना, चेन लूट करना, नकली पुलिस बन कर ठगी करना, सुनारों से खरीदारी करते समय उनका सामन के साथ हेरा-फेरी करना, लोंगों की जमीनों प्लाटों,मकानों पर कब्जा करना आदि है। अभी तक लगभग एक हजार से लेकर एक लाख तक के इनामी फरार आरोपी खुले आम भोपाल ईरानी डेरों,हरीमजार,अमन कॉलोनी निशातपुरा क्षेत्र भोपाल में घूम रहे हैं ।

45 police stations in Bhopal district, out of which 38 police commissioner  system will be implemented | आज से भोपाल मेट्रोपॉलिटन सिटी: भोपाल जिले में  45 थाने, इनमें से 38 में लागू होगा पुलिस कमिश्नर सिस्टम - Bhopal News |  Dainik Bhaskar

स्थानीय नागरिक कह रहे है कि क्या पुलिस कमिश्नर सिस्टम फेल है या सरकार का यहॉ भी मछली परिवार वाला खेल  है। कोई भी पुलिस वाला इनको छूता तक नहीं ,इससे आशंका है कि स्थानीय पुलिस कर्मी और अधिकारी सब इनके संरक्षक है ज्ञात हो कि गत  4 -5 सालों में जब भी अन्य राज्य या जिले की पुलिस इनको वारंट पर भी पकड़ने आती है तो स्थानीय पुलिस उनकी कोई मदद नहीं करती। स्थानीय लोगों के अनुसार इनकी जनसंख्या 300 से 400 के लगभग है और भोपाल पुलिस के पास हजारों पुलिस कर्मियों तथा अन्य फोर्स मौजूद है ।परन्तु सब नीरसता के शिकार है। स्थानीय लोगों एवं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अमन कालोनी,करोंद डेरे का सरदार राजू ईरानी है जो अपराधी दूसरी जगह अन्य राज्य से अपराध कर फरारी काटने आते है उन सभी से रहने का टैक्स मांगता है पैसा दो मकान लो यही रहो यही से चोरी करने जाओ और चोरी का माल मुझको लाकर दो में बिकवा दूंगा।

जो बाहर से ईरानी अपराधी जिनको राजू ईरानी अपराध करने के लिए बुलाया है उसका यदि कोई विरोध करता हैं तो उसको लोकल पुलिस से मिलीभगत कर शिकायत कर्ता को ही झूठे प्रकरण में बंद करा देता है और स्थानीय पुलिस तो राजू के सामने गुलाम की तरह व्यवहार करती है।  बाहर से आए अपराधियों  और यहॉ रह रहे अपराधियों के ऊपर दर्जनों अपराध होने के बादजूद भी स्थानीय पुलिस थाने में किसी भी ईरानी की गुंडा निगरानी सूची नहीं बनी है यही कारण है कि जिनके वारंट है वह कभी भी नहीं पकड़े गए, जिनके इनाम घोषित हुए वह भी कभी नहीं पकड़े गए ,जिससे भोपाल पुलिस सिस्टम पर सबालिया निशान लगे है।
   सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार राजू के भाई हबीब और उसकी बीबी नजमा का खुले आम घर पर रात दिन जुआ चलता है और इन लोगों ने जुआ,गांजा की अवैध कमाई से अमन कॉलोनी में 04 मकान बना लिये है। इनका अन्य कोई कारोबार या रोजगार नहीं है, दोंनों पूर्व में कई बार बंद भी हो चुके है।
हबीब की पत्नी नजमा खुलेआम गंाजे की सप्लाई करती है। किलो दो किलो फुटकर पुड़िया जो चाहो आते जाओ लेते जाओ यह सब खुले आम व्यापार चलता है। नजमा के घर स्कूल कॉलेज के बच्चे भी गंजा लेने आते हैं ,जो स्थानीय परिवारों को देखने में भी बुरा लगता है। आज भोपाल के आस पास का सबसे बड़ी गांजा की मंडी हरी मजार अमन कॉलोनी करोंद ईरानी डेरा ही है जहाँ प्रतिदिन कुण्टलों गांजा की सप्लाई होती है। नजमा थोक में 
गांजा की अब सप्लाई करती हैं। नजमा ईरानी से ही माल खरीद कर नवबहार ईरानी, सना ईरानी, 

शकीला ईरानी, रिदोज ईरानी, यास्मीन, पुडिया बना बना कर माल बेचती है और स्कूल कॉलेज के जो भी छात्र ईरानी डेरा से निकलते हैं,उनकी तलाशी लेने पर माल पकड़ा जा सकता है।

सूत्र बताते है कि भोपाल के इतवारा क्षेत्र के लोगों की महिलाऐं भी इनसे अब गांजा खरीदने आतीं है यह ईरानी लगभग 8000/- रुपए किलो के भाव से गांजा देते हैं। विदिशा, कुरावर, श्यामपुर, सीहोर, गंजबासौदा के लोग भी इनसे प्रति दिन गांजा ले जाते हैं। इन सभी से राजू ईरानी जो कि खुद महाराष्ट्र, झांसी, प्रतापगढ़, दिल्ली, राजस्थान, से वांटेड है प्रतिदिन का पैसा लेता है और स्थानीय पुलिस कर्मियों और क्राइम ब्रांच वालों के संपर्क में रहता है। इन सभी की संपत्ति की जांच होगी तो सभी के पास दो से चार मकान होंगे और एक एक मकान एक करोड़ों का होगा । राजू के तो मकान तीन तीन करोड़ से कम नहीं होंगे इन सभी ईरानियों के पास 20 से 25 एकड़ जमीन भी हैं जिनकी कीमत का ऑकलन करना भी कठिन है। जबकि 20 साल पहले झुग्गियों में रहने वाले सभी आज करोड़ पति हो गए हैं और शासन जिला प्रशासन अनभिज्ञ बन कर बैठा है।
पूर्व में गांजा बेचने और ग्राहकों को लेकर इनमें आपस में झगड़ा भी हुआ था। थाना निशातपुरा में रिपोर्ट दर्ज है। परन्तु मामला दबा दिया गया। इनका सीधा फंडा है सभी मिलजुल कर गांजा बेचो और किसी का काम मत बिगाड़ो यह स्थानीय पुलिस की भी नीति बन गई है। 
पूर्व में प्रकाशित एक खबर ईरानी डेरा में मादक पदार्थों का मामला टॉय टॉय फिस्स हो गया है लोकल पुलिस के कहने पर ईरानी महिला ने उनकी खबर छापने वाले पत्रकारों के ही खिलाफ आवेदन लगाने चालू कर दिए गये ताकि पत्रकार भी दबे रहे और पुलिस की मिली भगत से अवैध गांजा बिकता रहे इन लोगों ने महिला आयोग एवं बाल आयोग में शिकायत की थी। भोपाल के हाउसिंग बोर्ड ईरानी डेरा निवासी महिला ने बताया कि एक अखबार के माध्यम से महिला को नशीले पदार्थ का कारोबार करना प्रकाशित किया गया है अखबार में महिला एवं उसके नाबालिग बेटे का भी चित्र प्रकाशित किया गया जिसको लेकर महिला एवं उसका परिवार काफी निराश है महिला एवं उसकी बहन का कहना है कि बिना पुष्टि करें ही अखबार के माध्यम से उसके एवं उसके बेटे को अपराधी गतिविधियों में लिप्त प्रकाशित किया गया जिसकी शिकायत महिला ने बाल आयोग एवं महिला आयोग में भी की थी। यह कोई एक समाचार या एक दिन की शिकायत नहीं है बल्कि यह चुनौती है भोपाल पुलिस और गृहमंत्री की कार्यप्रणाली पर कि वह इस क्षेत्र विशेष में पनप रहे मानवजीवन को नष्ट करने वाले और समाज विरोधी अवैध व्यवसायिक क्लस्टर को क्रैक करती है अथवा यहॉ भी मछली-मछली का खेल खेलती रहेगी। और जिम्मेदार भोपाल सड़कों पर रैली निकालकर ऑल इज वेल कहकर तिरंगे लहरातेे रहेंगें। जबतक कि कोई बड़ी घटना कारित न हो जाए।