
सर्पदंश की दो दर्दनाक घटनाओं से पूरे इलाके में खौफ व शोक का माहौल
मंडला / मंडला जिले के नैनपुर क्षेत्र में सर्पदंश की दो दर्दनाक घटनाओं से पूरे इलाके में खौफ व शोक का माहौल है । बिजेगांव और केवलारी गांव में हुए इन हादसों में एक 35 वर्षीय महिला और एक 4 वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गई।
पहली घटना बिजेगांव गांव की है, जहां 35 वर्षीय महिला को सांप ने डंस लिया। तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक पर भरोसा किया। घंटो बाद भी जब महिला की हालत में कोई सुधार होने की बजाय हालत बिगड़ गई, तब नैनपुर के सिविल अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, तब तक जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दूसरी घटना केवलारी गांव में घटी, जहां 4 वर्षीय कनक झारिया को सांप द्वारा डस लेने की सामने आयी । इस बार परिजनों ने सतर्कता दिखाते हुए बच्ची को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बच्ची को बचाने के लिए तमाम कोशिशें की, लेकिन उसने भी दम तोड़ दिया।
इन हादसों के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीण सर्पदंश की स्थिति में सही कदम उठाने को लेकर असमंजस में हैं की झाड़-फूंक की जाये या आधुनिक चिकित्सा पर भरोसा करे । इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि सर्पदंश के बाद तत्काल प्राथमिक उपचार और अस्पताल में इलाज ही से जीवन रक्षा की जा सकती है।
स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि मानसून से पहले ही सांपों की सक्रियता बढ़ गई है। ऐसे में ग्रामीणों को सतर्क रहने और जागरूकता अपनाने की जरूरत है। हर साल अनेक लोग सिर्फ इसलिए जान गंवा बैठते हैं क्योंकि वे पहले झाड़-फूंक के फेर में समय गवां देते हैं।