
बांग्लादेश से आए बंगाली हिंदुओं के लिए BJP ने रेड कार्पेट बिछाया
असम / रफीकुल इस्लाम AIUDF विधायक ने मंगलवार को जिला आयुक्त कार्यालय से ही आधार कार्ड जारी करने के असम सरकार के फैसले पर हमला बोला -
कि भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जिनके लिए भाजपा ने लाल कालीन बिछाया है, वे बांग्लादेश से आने वाले बंगाली हिंदू हैं। जो अभी भी आ रहे हैं, और 1971 के बाद, वे लाखों की संख्या में आए हैं। वही लोग है जो अवैध रूप से अपना आधार कार्ड बनवाते हैं, परन्तु अब पकड़े जाएंगे। जिन लोगों को भाजपा निशाना बनाती है और जिन्हें डीसी कार्यालय ले जाना चाहती है, उनके पास कागजात और असली रिकॉर्ड हैं।
रफीकुल इस्लाम ने एएनआई से कहा कि असम में एक भी मुसलमान विदेशी नहीं है। सभी मुसलमानों के पास दस्तावेज हैं। व पूरा रिकॉर्ड है। उनकी मतदाता सूची, भूमि रिकॉर्ड और NRC के पिता एवं दादा के कागजात भी है।
साथ ही विधायक ने कहा कि डीसी कार्यालय में ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए जिससे लोगों को लंबी कतारों में न लगना पड़े। व्यवस्थाएं सही होनी चाहिए। वहां जाने के बाद लोगों को लाइन में न लगना पढ़े लोगों को दो दिन, तीन दिन, चार दिन तक वहां चक्कर न लगाने पढ़े । असम सरकार द्वारा बेदखली अभियान पर उन्होंने कहा कि सरकार कुछ खास लोगों को नहीं बल्कि संदिग्ध लोगों को बेदखल नहीं किया जा रहा है। एवं यह सरकार का झूठा दावा है। उन लोगों को बेदखल कर र ही है जो भूमिहीन हैं।
जबकि उनके पास 200 साल पुराने रिकॉर्ड भी हैं, 400 साल पुराने रिकॉर्ड भी हैं। फिरभी लोगों के घर पर बुलडोजर चला रहे हैं। उनका मूल राजबंशी है। राजबंशी हेमंत बिस्वा सरमा से भी पुराने हैं।