
स्टेशन पर यूज्ड बोतलों को नष्ट करने की 3 मशीनें लगाईं
नई दिल्ली। पैसेंजर की यूज्ड वाटर बॉटल को प्रदूषण फैलाने से रोकने के लिए रेलवे ने नई दिल्ली स्टेशन पर तीन बॉटल क्रशर मशीनें लगाई हैं। यही नहीं, इसके इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के लिए हर बॉटल पर कूपन जारी करने की भी व्यवस्था की गई है। दरअसल स्वच्छ पर्यावरण के मद्देनजर रेलवे सभी स्टेशनों को प्लास्टिक मुक्त करने की कवायद में जुट गया है। रेलवे बोर्ड ने देश भर के सभी बड़े स्टेशनों पर बॉटल क्रशर मशीन लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी जोनों को 19 अगस्त को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था करने कहा गया। 2 सितंबर को आदेश जारी सभी जोनों को 16-30 सितंबर के बीच स्वच्छता पखवाड़ा अभियान चलाने का निर्देश दिया है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट साइड में 3 बॉटल क्रशर मशीन लगाए जा चुकी हैं। यात्रियों द्वारा इस्तेमाल प्लास्टिक की बोतलों को मशीन में डालने पर पांच रुपए का कूपन दिया जा रहा है। इस कूपन का यात्री स्टॉल से रेलवे नीर खरीदते समय प्रयेाग कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि इस योजना को सफल करने के लिए भविष्य में खाली बोतल से मिलने वाले कूपन का प्रयोग पैसेंजर पेयजल व खाने, पीने के समान खरीदने के लिए भी कर सकेंगे। रेलवे पानी की इन खाली बोतलों को रीसाइकल कर टी-शर्ट और टोपी बना रहा है। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार रेलवे के इस कदम से पर्यावरण को काफी फायदा पहुंचेगा। प्रदूषण में कमी आएगी। रेलवे मंत्रालय के अनुसार प्रथम चरण में 2000 स्टेशनों पर बॉटल क्रशर मशीन लगाने की योजना है। अभी तक देश भर के 128 स्टेशनों पर 166 बॉटल क्रशर मशीन को स्थापित किया जा चुका है। सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताया, ‘‘पूर्व मध्य रेलवे ने पटना जंक्शन, राजेंद्रनगर, पटना साहिब और दानापुर रेलवे स्टेशन पर बॉटल क्रशर मशीनों को लगाया गया है और यह प्रयोग काफी सफल रहा है। जल्द ही इस मशीन को पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार, सराय रोहिल्ला, सफदरजंग सहित कई स्टेशनों पर बॉटल क्रशर मशीन स्थापित किया जाएगा।’’